पीएम संवाददाता गोरखपुर । समाज में फैली अराजकता पर शिकंजा लगाते सरकार की घोषणाओं को अमला जामा पहनाने में कोताही पर आज माफिया विभागीय अधिकारियों को ही अपना गेम बना दे रहे हैं । जिसका जीता जागता उदाहरण महाराजगंज की वन माफिया सरकार की नीति से घबराकर अपने ही बुने जाल में विभागीय अधिकारियों को फसाने के लिए मजबूर कर दिए हैं ।
मिली खबर के मुताबिक सोहगीबरवां वन्यजीव प्रभाग के लक्ष्मीपुर रेंज के रेंजर और फॉरेस्टर को सोमवार की रात वन माफिया ने जान से मारने का प्रयास किया। उन्होंने पिकअप से वनकर्मियों की गाड़ी में जोरदार टक्कर मारी और पीछा कर रही दूसरी टीम पर फायरिंग करते हुए फरार हो गए।लोगों ने गड्ढे में पलटे वाहन का शीशा तोड़कर रेंजर और फॉरेस्टर को बाहर निकाला।
दोनों की हालत गंभीर है। उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। कोतवाली पुलिस ने अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया है। वन दरोगा मोहन कुमार सिंह की ओर से दी गई तहरीर के मुखबिर से कुछ लोगों द्वारा लक्ष्मीपुर वन क्षेत्र से पिकअप पर साखू की लकड़ी लादकर ले जाने की सूचना मिलने पर वे वनकर्मियों के साथ मुरली एकसड़वा पहुंचे।
उन्हें देख वन माफिया लकड़ी लदी पिकअप लेकर भागने लगे। उन्होंने तत्काल फरेंदा के वनकर्मियों को अलर्ट किया, लेकिन वन माफिया महराजगंज की ओर भागने लगे। इस पर वन दरोगा ने पकड़ी रेंज को मामले से अवगत कराया।
मामले को गंभीरता से लेते हुए लक्ष्मीपुर के रेंजर डीएस तिवारी व फॉरेस्टर रामसूरत पासवान ने पकड़ी पुलिस चौकी के पास पुलिस के साथ सड़क पर गाड़ी खड़ी कर वन माफिया को रोकने की कोशिश की। यह देख अपराधियों ने पिकअप से वन विभाग की गाड़ी में जोरदार टक्कर मारी, जिससे वाहन आठ फीट गहरे गड्ढे में पलट गया।
विभाग की दूसरी टीम ने इंदरपुर-जखिरा रेलमार्ग तक उनका पीछा किया, लेकिन वे फायरिंग करते हुए भाग निकले। लोगों ने गड्ढे में पलटी गाड़ी का शीशा तोड़कर रेंजर व फॉरेस्टर को बाहर निकाला।
पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह सजवान ने बताया कि वन दरोगा की तहरीर पर अज्ञात लोगों के विरुद्ध जान से मारने की कोशिश समेत अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।
सदर कोतवाल सर्वेश कुमार सिंह ने कहा कि वन माफिया का पीछा करने वाली टीम ने पिकअप का नंबर बताया है। इस आधार पर हमलावरों की तलाश की जा रही है।
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