साहब के रहमोकरम पर कनाडियन मटर एवं कपड़े की हो रही तस्करी
सुनील शर्मा
पीएम न्यूज सर्विस रतनपुर महराजगंज। सोनौली कोतवाली क्षेत्र के भारत-नेपाल सीमा पर स्थित भगवानपुर इन दिनों तस्करों का महफूज अड्डा बन चुका है। आधे दर्जन से अधिक तस्करों ने यहां पर डेरा डाल दिया है।

भगवानपुर से नेपाल को जहां भारी पैमाने पर कपड़े की तस्करी हो रही है। वहीं नेपाल से कनाडियन मटर और पाकिस्तानी छुहारा भगवानपुर लाकर अवैध गोदामों में इकट्ठा किया जा रहा है। भारत नेपाल को हो रही द्विपक्षीय तस्करी के धंधे में भगवानपुर चौकी पर तैनात एक चर्चित सिपाही इन दिनों सब पर भारी पड़ रहा है।
सूत्रों से खबर मिली है कि उक्त चर्चित सिपाही विगत दो वर्षों से भगवानपुर चौकी पर ही कुंडली मार कर बैठा है। सूत्रों द्वारा यह भी बताया जाता है कि यह सिपाही अपने को पुलिस के किसी उच्चाधिकारी से कम नहीं समझता,और तस्करों के बीच बड़ी-बड़ी हांकता फिरता है।
उसी हांकने का परिणाम है कि सभी तस्कर इसी से लाइन लिए हुए है। वहां पर जिम्मेदार चौकी प्रभारी दिनभर चौकी पर ही विराजमान रहते है। शायद सभी अवैध कारोबार का जिम्मा उक्त चर्चित सिपाही को सौंप दिया गया है।
सूत्रों द्वारा बताया जाता है कि तस्करों से अवैध वसूली इस सिपाही द्वारा किया जाता है। तथा संबंधित स्थानों पर भरपूर हिस्सा पहुंचाया जाता है। नौतनवा कपड़े मंडी से भारी पैमाने पर इन दिनों कपड़ा भगवानपुर पहुंच रहा है। और
भगवानपुर से सीधे कैरियरो के माध्यम से उसे नेपाल पहुंचाया जा रहा है । अभी कुछ वर्ष पूर्व कपड़े की तस्करी काफी परवान चढ़ा था। नौतनवा से बसों में भरकर के कपड़ों के गट्ठर वहां जाते थे, कई बार सुरक्षा एजेंसियों ने गांधी चौक
नौतनवां में इन कपड़ों की बरामदगी भी की थी। बावजूद इसके इन दिनों नौतनवा मार्केट से भारी पैमाने पर कपड़े बिना जीएसटी के भगवानपुर जा रहा हैं। इसके अलावा नेपाल से कनाडियन मटर भगवानपुर में इकट्ठा किया जा रहा है।
सूत्रों द्वारा बताया जाता है कि यहां तस्करों के तीन गिरोह ने 5 गोदाम स्थापित किया है। जहां पर कनाडिया मटर और पाकिस्तानी छुहारा रात के 11:00 बजे से लेकर 1:00 बजे के बीच गोदामों में लाकर इकट्ठा किया जाता है। ऐसा नहीं है कि इस तस्करी की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को नहीं है।
जानकारी सभी को है, लेकिन लाइन के खेल में प्रशासनिक संलिप्तता के कारण कानून व्यवस्था पूरी तरह फेल है। तस्करी के रोक के बावत दो टूक बात जब उच्च अधिकारियों से की जाती है तो वही जवाब होता है कि जांच कर गंभीर कार्रवाई की जाएगी।
तस्करी किसी भी दशा में नहीं होने पाएगा। अब प्रश्न यह है कि भगवानपुर में उक्त चर्चित सिपाही नेपाल की संवेदनशील सीमा भगवानपुर चौकी पर इतने दिनों से आखिर किसके रहमों करम पर टिका हुआ है।